गुलशन में फ़ूलो
गुलशन में फ़ूलो का डेरा
ये हवा ये फिजा भवरे कलियाँ
गाते है गीत येशु तेरा
१. बागो मे कोयल कूह कूह बोले
सुबह हर पंची का दिल फिर डोले
भवरा मचल कर राग सुनाए
कलियों का दिल फिर कैसे लुभाए
2. झर झर - झर झर झरने बहते
नीले आसमा को लिए साथ ही रहते
पक्षी ये सरे सर को झुकाते
तेरी ही रचना तुझे ही लुभाते