हर दिन मसीह
हर दिन मसीह का वचन,
हर दिन प्रभु का भजन,
मन गाये हमेशा, महिमा
और स्तुति फिर,
गिनते जा आशीषें
उगता सूरज, यीशु संग जिसका,
मिलती है सामर्थ सदा,
डूबता सूरज, यीशु संग जिसका,
मिलता है आराम सच्चा -2
ऐ मानव बता, दिन कैसा तेरा,
तुझे मिलता है हर दिन क्या
हर दिन...
हाथों में जिसके, वचन हो उसका,
होठों पर उसका भजन,
रास्ते उसके, कठिन हों,
होते जायेंगे सरल,
ऐ राही बता, तू कैसे रुका,
तुझे आता नहीं क्या नज़र
हर दिन...