मसीह तू मेरी ज़िन्दगी
मसीह तू मेरी ज़िन्दगी, मसीह तू मेरी जान है
तेरे बिन ऐ मसीह, ये दिल वीरान है
मसीह तू...
मेरे दिल की वीरानी ने
मुझे था बहुत तड़पाया
किया यूँ प्यार है मेरे दिल में
बन के बहार आया
तेरे इस प्यार ने, किया एहसान है
तेरे बिन ऐ मसीह
ये दिल वीरान है
मैं था मुज़रिम मगर तू
खुद उठाकर तार कांधों पर
चला था कलवरी की राह
कि मर जायें मेरी खातिर
तेरे इस प्यार ने, किया हैरान है
तेरे बन ऐ मसीह, ये दिल वीरान है
मैं जीवन भर तेरे ही प्यार के
अब गीत गाऊँगा
तू ही है ज़िन्दगी की राह
ये दुनिया को बताऊँगा
तुझ ही पर अब मेरा, ये दिल कुर्बान है
तेरे बिन ऐ मसीह, ये दिल वीरान है