मेरे गीतों का विषय
मेरे गीतों का विषय, तू मेरी आराधना
तेरी महिमा मुझसे होवे, ये मेरी है कामना
तुझको मैंने मेरे प्रभुजी जब से पाया है
तेरे अनोखे प्रेम के आगे शीश झुकाया है
तेरी महिमा गाने को जो साज उठाया है
गीत नयाजीवन में मेरे तब से आया है
जीवन का हर पल अब तेरा
तू ही मुझको थामना, तेरी..
तेरा वचन जो राह में मेरी दीप सा जलता है
मेरे जीवन का हर पहलू उसमें ढलता है
तेरे वचन के द्वारा मुझको साहस मिलता है
वो तो कभी ना भटकेगा जो उन पर चलता है
तेरे वचन को थामें रहूँ
हो मेरी ये साधना, तेरी..
वक्त चुनौती देकर पूछे तुमसे बारम्बार
यीशु मसीह को बनाया तुमने जीवन का आधार
सोचना होगा हर प्राणी को क्या वो है तैयार
देखो शायद कल ना आये करना ना इनकार
इक दिन करना होगा
सबको उसका सामना, तेरी..