मुझ पे रहेम् कर
मुझ पे रहेम् कर ए खुदा - ४
है मेरी जान तेरी पनाह - ३
मुझ पे रहेम् कर ए खुदा
मै तेरे पैरो के साये में लूँगा पनाह
जब तक न टल जाये हर एक आफत खुदा
घेरा है मुझ को मेरे दुश्मनों ने यहाँ
वो मेरी खातिर फलक से मदद भेजेगा
तेरा जलाल सारी ज़मी पे
मुझ पे रहेम् कर ए खुदा....
तू जानता है खुदा हु मै कहाँ
आतिश मिजाज़ और शेरो के हूँ दरमियाँ
तलवार जैसी ज़ुबां दंत है बर्छियां
तू आपनी रहमत और सच्चाई कर दे बयां
मुझ पे रहेम् कर ए खुदा....
दिल अब है तेरा तेरे गीत मै गाऊंगा
अब सारी दुनिया को ये बात बतलाऊंगा
तारीफ़ तेरी करता रहूँ मै सदा
रहमत और सच्चाई तेरी बुलंद ए खुदा
मुझ पे रहेम् कर ए खुदा....