pavitrata se shobhayman hokar पवित्रता से शोभायमान होकर
पवित्रता से शोभायमान होकर
आओ हम दण्डवत् करें
आत्मा से और सच्चाई से
यीशु को धन्य कहें
उसकी स्तुति युगानुयुग होती रहे
उसकी महिमा युगानुयुग होती रहे
वह ही योग्य है स्तुति के, वह ही योग्य है महिमा के
वह ही योग्य है आदर के, वह ही योग्य है तारीफ़ के
पूरब से पश्चिम तक, उत्तर से दक्षिण तक
यीशु नाम ही स्तुति के योग्य है
सारे मण्डल में उसकी स्तुति होती है
उसके ही सामने सब झुकते हैं
उसको छोड़ कर कोई प्रभु नहीं है
यीशु नाम में ही उद्धार है
वह ही प्रभु है वही राजा है
वह ही जीवित है हमेशा के लिए