aayaa maseeh charnee mein thu आया मसीह चरनी में तू
आया मसीह चरनी में तू
पापीयों को बचाने को
लाये ईमान जो बेटे पर
करेगा पार इस दुनिया को (2)
दुनिया गुनाह में डूब रही थी
सादिक गुमराह हो रहे थे (2)
छोड़ा आसमान, बना इंसान
मिली नज़ात इस दुनिया को (2) ||आया मसीह||
बेथलहम के मैदानों में
गडरिये रात सो रहे थे (2)
सुना फरिश्तों की ज़ुबान
पैदा हुआ है ख्रीस्त निधान (2) ||आया मसीह||
आलिमों ने, किताबों से
पढ़ी पैदाइश की तफ़सील (2)
चल दिये वो भी ऊँटों पर
तारे हयात का पीछा कर (2) ||आया मसीह||
समुद्र की सब लहरों पर
दुनिया की हर ज़ुबानों पर (2)
है उसका नाम, है उसका काम
सारा जहां लाए ईमान (2) ||आया मसीह||