dekho charni me roohekhuda utra hai देखो चरनी में रूहएख़ुदा उतरा है
देखो चरनी में रूह-ए-ख़ुदा उतरा है
हमसे कहें तो वफ़ा रूह-ए-ख़ुदा उतरा है…
1. ख़ुशी का गीत फ़रिश्तों ने गाया
आसमानी तारे ने रास्ता देखा
अज खुशियों का हर सु समा
……रूह-ए-ख़ुदा उतरा है….
2. नब्बियों ने जिसकी बशारत सुनाई
चरनी में अज वो देता देखाई..
मुजस्सम हुवा वो कलाम
..रूह-ए-ख़ुदा उतरा है….
3. गुनाह में डूबा था सारा जहाँ
मालूम न था हम जैन कहा
वो बन के नजात की राह
….रूह-ए-ख़ुदा उतरा है