मैंने ताड़ना और न्याय में परमेश्वर का प्रेम देखा है
हे परमेश्वर यद्यपि मैंने सैकड़ों परीक्षण
और क्लेश सहे हैं। यहां तक कि मौत को भी
करीब से देखा है।
उन्होंने मुझे वाकई तुम्हें जानने और
सर्वोच्च उद्धार
प्राप्त करने की अनुमति दी है।
चली तुम्हारी ताड़ना न्याय और अनुशासन।
मुझसे दूर हो गए होते
तो मैं अंधकार में शैतान की सत्ता के अधीन
जीवन बिता रहा होता।
मनुष्य की देह का
क्या लाभ है
मनुष्य की देह का क्या लाभ है
यदि तुम्हारी ताड़ना और न्याय मुझे छोड़कर
चले गए होते तो ऐसा लगता मानो तुम्हारे
आत्मा ने मुझे छोड़ दिया है। मानो अब से
तुम मेरे साथ नहीं हो। यदि ऐसा हो जाता तो
मैं कैसे जी पाता।
मानो अब से तुम मेरे
साथ नहीं हो। यदि ऐसा हो जाता तो मैं कैसे
जी पाता।
तुमने मुझे बीमारी दी और मेरी स्वतंत्रता
छीन ली।
फिर भी मैं जीना जारी रख सका।
परंतु अगर तुम्हारी ताड़ना और न्याय मुझे
छोड़ दें तो मेरे पास जीने का कोई रास्ता
ना होगा।
यदि मेरे पास तुम्हारी ताड़ना और न्याय ना
होते तो मैंने तुम्हारे प्रेम को खो दिया
होता।
तुम्हारा प्रेम इतना गहरा है कि मैं उसे
शब्दों में
बयां नहीं कर सकता।
तुम्हारे प्रेम के बिना
मैं शैतान की सत्ता
के अधीन जी रहा होता
और तुम्हारे महिमामय
मुखड़े को ना देख पाता
मैं कैसे जीवित रह पाता
मैं ऐसे अंधकार कार में ऐसे जीवन में
मुश्किल से ही आगे बढ़ पाता।
मेरे साथ तुम्हारे होने का अर्थ है कि
जैसे मैं तुम्हें देख रहा हूं। तो मैं
तुम्हें कैसे छोड़ सकता हूं।
मैं पूरी ईमानदारी से तुमसे विनती करता
हूं। याचना करता हूं। तुम मेरा सबसे बड़ा
सुकून मत छीनो।
भले ही ये तुम्हारे सांत्वना देने वाले
वचनों की
बस एक फुहार ही हो।
मैंने तुम्हारे प्रेम का आनंद लिया है।
और आज मैं तुमसे दूर नहीं रह सकता।
मैं तुमसे कैसे
प्रेम ना करूं।
मैं तुमसे कैसे प्रेम ना करूं।
मैंने तुम्हारे
प्रेम
के कारण
दुख में बहुत आंसू बहाए हैं।
फिर भी हमेशा
यही लगा है कि इस तरह का जीवन अधिक
अर्थपूर्ण है।
मुझे समृद्ध बनाने में अधिक सक्षम है।
मुझे बदलने में अधिक सक्षम है।
और वह सत्य हासिल करने में अधिक सक्षम है
जो सृजित प्राणियों के पास होना चाहिए।
और वह सत्य हासिल करने में
अधिक सक्षम है जो सजित प्राणियों के पास
होना चाहिए।
ओम
