khushiyo ki bahar liye खुशियों की बहार लिए
खुशियों की बहार लिए पापी का उधार लिए आया है, आया है मेरा मसीहा - २१. ऐसा प्रेम किया उसने स्वर्गीय सुख छोडा उसने हर पापी को बचाने - २आया ...२. आओ हम सब मिलकर गायें तबला डफ़ और झांझ बजाएं सब को गीत सुनाएँआया...