aaradhna mai hai chutkara
1 आराधना मे है छुटकारा
आराधना मे है चंगाई
शरीर प्राण आत्मा मे शांति आनंद देता है
जान से प्यारा प्रभु
प्रार्थना करे आराधना करे
वो आचा है कितना भला है (2)
छुटकारा पाऐ हमेशा (2)
2 मांगोगे तो मिलेगा,
ढून्दोगे तो पाओगे (2)
खटखटाओ खुलेंगी स्वर्ग की आशिषे
पाओ तुम उसे अभी (2)
3 प्रार्थना करो निरंतर,
प्रार्थना करो विश्वास से (2)
धर्मी जन की प्रार्थना विश्वास की प्रार्थना
खोलती है सरे बंधना को (2)