मेरा जीवन मेरा सब कुच्छ तू मात
Mera jeevan mara sab kuch tu matra
मेरा जीवन मेरा सब कुच्छ तू मात्र प्रभु (२)
मेरे खातिर बलिदान हुआ मेमना
मेरे खातिर आनेवाले ओ मसीहा
खो गया था मैं, खोजते तू आया
अच्छे चरवाहे की तरह , दी मुझे अपनी जान (२)
(इस) ना बदलता प्रेम का मैं क्या बदले में दूँ
टूटे, पिसे हुए अपने मन का बलिदान करूँ