Prabhu ka kar dhanyavad ei mereप्रभु का कर धन्यवाद
प्रभु का कर धन्यवाद
ऐ मेरे मन प्रभु का कर धन्यवाद
1 प्रभु के पावन नाम का कर धन्यवाद
उसके उपकारों के लिये कर धन्यवाद
2 तेरे पापों को प्रभु ने क्षमा की
रोग तेरे दूर किए और दी चंगाई
3 भलाइयों से तृप्त वो करता
तेरी जवानी में शक्ति वो देता
4 अपने सन्तानों पर करता है वो दया
भक्तों को अपने प्रेम वो करता
5 घास के समान है हमारा ये जीवन
मैदान के फूल समान मुरझा जाते
6 प्रभु के वचन का पालन जो करते
अपने दासों की रक्षा वो करता
7अनंत राजा प्रभु है जिसकी
सारी सृष्टि नित दिन स्तुतिं करती