Prabhu mera charvaha
1 प्रभु मेरा चरवाहा, प्रभु मेरा रखवाला
कोई घठी मुझे नही है
2 सुखदायी झरने के पास, ले जाते है बुझाने मेरी प्यास
धर्म के मार्ग में, वेो, ले जाता है मुझे अपने साथ
3 शत्रुओं के सामने, आदर बढ़ाता है मेरा
आनन्द के तेल से अभिषेक करता है मेरा
4 घोर अन्धकार से भरी धाठी से यदि मैं चालूं
कोई हानि से न डस्नंगा प्रभु मेरी करता है रदा
5 करूणा भलाई और जीवन, निश्चय मेरे साथ रक्षा
अपने प्रभु के भवन में सर्वदा मैं वास करूँगा