Tu mera sharan sthaan
1 तू मेरा शरणस्थान तू मेरा गढ़ है
संकट में मेरा दोस्त मेरा प्रभु (2)
आराधना करूं मैं पूरे दिल से
मैं तुझे ढूढूँगा सम्पूर्ण जीवन में
तेरी सेवा करूंगा तन मन और धन से,
मैं हूँ यहाँ (2)
मैं हूँ यहाँ प्रभु (3) मैं हूँ यहाँ
2 उद्धारक मेरा तू, मेरी चंगाई है
संकट में सामर्थ है, मेरा प्रभु (2)
3 तू मेरा चरवाहा, सांत्वना है मेरा
छुपने का स्थान है, मेरा प्रभु (2)
Tu mera sharanasthan, Tu mera ghad hein
Sankat mein mera dhost, mera Prabhu (2)
Aaradhana karunga me pure dil se
me Tuje dundunga sampurn jeevan me
Tri seeva karunga than man aur dhan se,
mein hu yaham (2)
mein hu yaham Prabhu (3), mein hu yaham
Udharak mera thu, meri changai hein
Sankhat mein saamarth he, mera prabhu (2)
Tu mera charvaha, santhvana hein meri
Chipene ka sthan hei, mera prabhu.... (2)