Tere rooh ka masa chahiyeतेरे रुह का मसा चाहिए
तेरे रुह का मसा चाहिए
आज तेरी शिफा चाहिए (२)
तेरे रुह का मसा चाहिए (२)
हमे तेरी हजूरी मिले
तेरे रुह की बरपूरी मिले
और दुनिया में क्या चाहिए
दिल के दाग बी धूल जाएंगे
आज बन्धन बी खूल जाएंगे
वो लहू जो बहा चाहिए
आज लन्गडे चलेंगे येशु
आज अन्धे बी देखें येशु
तेरा तख्त यहां चाहिए
बादशाहो का तू बादशा
कोई तुझ सा नही है खुदा
आज तेरी दया चाहिए