Yahowa charwaha mera thunayenikesuveयहोवा चरवाहा मेरा
यहोवा चरवाहा मेरा, कोई घटी मुझे नहीं है
हरी चराइयों में मुझे, स्नेह से चराता वह है
1 मृत्यु की अंधकार से, मैं जो जाता था
प्रभु यीशु करुणा से, तसल्ली मुझे दी है;-
2 शत्रुओं के सामने, मेज को बिछाता वो है
प्रभु ने जो तैयार की, मन मेरा मगन है;-
3 सिर पर वो तेल मला है, अभिषेक मुझे किया है
दिल मेरा भर गया है, और उमड़ भी रहा है;-
4 सर्वदा प्रभु के घर में, करूंगा निवास जो मैं,
करूणा भलाई उसकी, आनंदित मुझे करती है;-
Yahovah charvaha mera, Koi ghati mujhe nahi hei
Hari charaiyon me mujhe, sneh se chalata wah hei
Mrithyu ke andhakar se, me jo jaata tha
Prabhu Yeeshu karuna se, tasalli mujhe di hei;-
Shatruo ke samne, mez ko bichata hei
Prabhu ne jo tyar ki, man mera magan hei;-
Sir par wah tel mala hei, abhishek mujhe kiya hei
Dil mera bhar gaya hei, aur umad bhi raha hei;-
Sarwada Prabhu ghar me, karunga niwas jo me
Karuna bhalai bhi uski, anandit mujhe karti hei;-