Yeshu hai meri panahयीशु है मेरी पनाह
यीशु है मेरी पनाह
वो ही है जेरी चट्टान
लंगर में डालता उसमें
जिस वक्त आ घेरते तूफान
1 दुनिया के इस सफ़र में
फिक्रो का जब होता शोर
यीशु एक ही झिड़की से
तोड़ता सब आँधी का जोर;- यीशु…
2 दु:ख से जब हूं परेशान
जब जाना चाहता हूँ पार
तब उसघ उम्दा कलाम
रोशनी का होता मिनार;- यीशु…
3 मुझे है पूरा यकीन
पहूंचूँगा एक दिन किनार
सुनहरे साहिल पर मैं
पाऊँगा उसका दीदार;- यीशु…