यीशु का प्रेम है
यीशु का प्रेम है
जीवन का आधार
महासागर से भी गहरा
जीवन करता पार
प्रेम जगत में आया,
पाप का बोझ उठाया
प्रेम में उसके अमृत जीवन
जिससे मिले उद्धार -2
यीशु का प्रेम है...
जिसने प्रेम ये पाया,
उसमें छल ना माया
दिल की वीणा गूँजे स्वर में
प्रेम का बजता तार – 2
यीशु का प्रेम है...
प्रेम कनक और मोती,
नवजीवन की ज्योति
प्रेम के इन रत्नों से आओ
अपना करें श्रंगार – 2
यीशु का प्रेम है...