kaisa tera pyaar haiशब्दों के द्वारा यह धरती बनाई
शब्दों के द्वारा यह धरती बनाई
आदर और महिमा से मुझको सजाया
तूने (2)
मेरे दिल को तूने प्रेम से भरा
मेरी ज़ुबान पर इन गीतों को डाला
तूने (2)
कचरे की ज़िंदगी जी रहा था
मुर्दे की आत्मा तो लिये चला था
टूटी आशा और माख्सद खोया
खुद को मैं गाड़ने चला था
लेकिन जैसे यशु को जाना
फिर से इस मुर्दे ने जीवन पाया
बन्दन टूटे और खुला आसमान
फिर से नया जीवन पाया
कैसा तेरा प्यार है
मेरा दिल खुशी से झूमे नाचे
कैसा तेरा नाम है
अंधे देखे, बेहरे सुने, मुर्दे जी उठे
हर एक बूँध जो तूने क्रूस पर बहाया
हर एक सांस की तेरे दान को पाया
मैने (2)
मेरी मंज़िल अब मेरे सामने
तेरी आत्मा से मुझको चला दे
यीशू (2)
कचरे की ज़िंदगी
कैसा तेरा प्यार है